2017 के आरम्भ होने से कुछ घंटे पहले माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश को संबोधित किया था । इस संबोधन के बाद देश के कुछ वर्गों में तो ख़ुशी की लहर हैं लेकिन कुछ तबका ऐसा भी है जोकि खासा खुश नही है। कई लोगों का ये भी मानना है कि मोदीजी के द्वारा दिया गया भाषण आगामी सत्र में आने वाले बजट का एक ट्रेलर मात्र है।
नोटबंदी के बाद दिए गए इस भाषण का लोगों को बेसब्री से इंतज़ार था और लोग ये कयास लगाकर बैठे थे कि हो सकता है बैंकों में पैसे जमा करने और निकासी हेतु जो नियम है उनमें थोड़ी ढील दी जाएगी, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री इन मुद्दों से बचते दिखे, गर्भवती महिलाओं , वरिष्ठ नागरिकों का खासा ख्याल रखा गया है।
तो आइये गौर करते हैं मोदीजी के द्वारा दिए गए भाषण के कुछ अहम् मुद्दों पर।
1. गर्भवती महिलाओं में ख़ुशी की लहर
गर्भवती महिलाओं को मोदीजी ने छह हज़ार रुपए की मदद देने का ऐलान किया।इससे तमाम महिलाओं में एक ख़ुशी की लहर है, कारन जो पहले राशि दी जा रही थी एक तो सब उसका सही ढंग से लाभ नही उठा पा रहे थे, साथ ही वो राशि कम भी थी।
2. प्रधानमंत्री आवास विकास योजना
आवास विकास योजना के अंतर्गत नए घर बनाने हेतु जो भी लोग लोन लेना चाहते हैं, उनके लिए नए स्कीमों का ऐलान किया गया। 9 लाख रुपए तक लिए गए लोन पर , ब्याज में चार फीसदी की छूठ दी गयी और साथ ही 12 लाख तक के कर्ज पर 3 फीसदी छूठ का ऐलान हुआ।
3. वरिष्ठ नागरिकों को लाभ
वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी नए साल पर खुशियों का ऐलान हुआ। साढ़े सात लाख तक की रकम पर, दस साल तक बैंको में जमा की गयी धनराशि पर 8 फीसदी ब्याज देने का ऐलान किया गया। साथ ही इस स्कीम के तहत वरिष्ठ नागरिकों को हर महीने ब्याज का लाभ भी मिलेगा।
इसके साथ ही मोदीजी ने कालेधन और उससे जुड़े लोगों को भी कड़े शब्द में सचेत कर दिया और ये भी बताया कि जो भी लोग इससे जुड़े हैं उनको बख्शा नहीं जायेगा। बैंककर्मियों की निष्ठा और मेहनत की तारीफ़ भी की ।अंततः मोदीजी का देश को वर्ष 2016 का आखिरी संबोधन कुछ वर्ग के लिए तो हर्ष का विषय था परन्तु कुछ अहम् मुद्दों पर बचता देख, थोड़ी आलोचना का विषय भी।