पिछले दिनों अपने बेटे के स्कूल में साइंस फेयर में जाने का मौक़ा मिला वहां जाकर बच्चों के बनाये हुए मोडल और उनका ज्ञान देखकर बड़ी ख़ुशी हुई कि हमारे देश के छोटे-छोटे बच्चे भी विज्ञान और ज्ञान को लेकर कितने जागरूक हैं। कई बच्चों ने भविष्य में हमारे देश कैसा होगा या वो भविष्य में भारत को किस रूप में देखना चाहते हैं, जैसे टॉपिक पर अपने मोडल बनाये थे, जो काफी रोचक थे | कुछ बच्चों ने साफ़ सफाई को लेकर और कचरे के निपटारे को लेकर अपने सुझाव रखे थे, जो उनकी साफ़ सफाई के प्रति जागरूकता को दर्शा रहे थे | यहाँ मैं आप लोगों को कुछ ऐसे टिप्स दे रही हूँ, जो आपको एक अच्छा विज्ञान मॉडल बनाने में मदद कर सकते हैं |
अगर आपको एक अच्छा प्रोजेक्ट बनाना है, तो पहले एक क्लियर व्यू बनाइए कि आप क्या बनाना चाहते हैं। अपने शिक्षक से मार्गदर्शन लीजिये और पूरी जानकारी जुटाइये और कोई ऐसा प्रोजेक्ट सोचिये, जो आपके लिए आसान भी हो और अच्छा भी हो क्यूंकि अगर आपका प्रोजेक्ट अच्छा हुआ, तो ये आपको अच्छी पहचान दिला सकता है। शायद आप प्रदेश स्तर तक के लिए चुन लिए जाएं, तो अपने विज्ञान मॉडल को बस हो जाएगा, जैसे न लेकर पूरी शिद्दत के साथ बनाइए।
एकदम नया
जज हमेशा ऐसा आईडिया देखना चाहते हैं कि नया है, कई बार आप बस दूसरो का देखकर या सुनकर कोई भी मॉडल ना लेते हैं। ऐसा न करें और पूरी मेहनत और पूरी रिसर्च से कोई ऐसा प्रोजेक्ट सोचे, जो एक दम नया हो या फिर आप किसी पुराने कांसेप्ट को नए तरीके से भी पेश कर सकते हैं। जैसा कि आप को लगता है कि अगर ये काम ऐसे न कर के इस तरह से किया जाए तो कैसा होगा।
याद है न 3 idiot में एक बात जो बताई गई थी कि रट्टा मार कर नहीं समझ कर कोई काम करेंगे, तो अपने आप एक ही काम को करने के कई तरीके मिल जायेंगे ।
जज को प्रभावित करना
“नवीनता ही सफलता की कुंजी है” — पर नयेपन के चक्कर में कुछ ऐसा न बनाइए, जो जज को सर खुजाने पर मजबूर कर दें और वो यही सोचते रह जाए कि आखिर आप क्या समझाना चाह रहे हैं ? एक सही मॉडल वो होता है, जिसे देखकर ही उसके बारे में जानने की जागरूकता जाग्रत हो और जज पूरे ध्यान से आपकी बात सुने |
अपने प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी रखिये
आपका प्रोजेक्ट जज को ये बताने में सक्षम होना चाहिए की आपको उस विषय की कितनी जानकारी है। आपने उसमे कौन सी थ्योरी और कौन सा सिद्धांत और किन तथ्यों का सहारा लिया है | जज को वही छात्र पसंद आते है, जिन्हें अपने मॉडल से सम्बंधित सिद्धांतो की सही और गहरी जानकारी हो कई बार या अक्सर ऐसा होता की हम इन्टरनेट से या किसी और की मदद से ऐसे प्रोजेक्ट बना लेते हैं, जिनकी हमें ज्यादा जानकारी नहीं होती और जब जज हमसे उस थ्योरी या सिद्धांत को पूछ्ते हैं, तो हम अटक जाते हैं। मैंने भी उस मेले में कई ऐसे बच्चे देखे, जिनका मॉडल काफी अच्छा था पर उन्हें उसके पीछे विज्ञान का कौन-सा सिद्धांत काम कर रहा है। इसकी पूरी जानकारी नहीं थी इसलिए अपने प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी रखिये और इस बात का भी ध्यान रखिये की आपका मॉडल सही से काम करे और सही उपकरण सही जगह पर हो और किस उपकरण का क्या कार्य है, उस प्रोजेक्ट में उसकी क्या एहमियत है, ये सब जानकारी आपको होना चाहिए। और अगर कोई ऐसा बिंदु है, जिसकी जानकारी आपको नहीं है, तो उस बिंदु को अपने प्रोजेक्ट में शामिल मत कीजिये।
अपनी बात को सही रूप से समझाइये
जज को एक पूर्ण मॉडल देखना होता है इसलिए अपनी तैयारी रखिये कोई भी चीज़ आखिरी समय के लिए न रखिये। जब आपका मॉडल काम करके दिखायेगा, तो जज उससे सम्बंधित प्रश्न पूछेंगे और कई बार आपके समझाने के तरीके ही आपके लिए और प्रश्नों के रास्ते खोलते जायेंगे इसलिए जो भी समझाना चाहते हैं, उसे एक दम साफ़ और पूर्ण रूप से समझाइये। आपका उलझना या सवालों का सही तरह से जवाब न दे पाना, आपके मॉडल को लेकर आपकी कम जानकारी कोइंगित करता है। बिल्कुल एक वैज्ञानिक की तरह सोचिये और सोचिये की कौन से बिंदु पर क्या प्रश्न बन सकता है ।
कुछ मजेदार भी हो तो क्या बात है
अगर संभव हो, तो अपने प्रोजेक्ट के उस पहलू को भी बताइये, जो कि मजेदार हो, जैसे कि उसे बनाने का आईडिया आपको कैसे आया और क्या होगा अगर प्रोजेक्ट ठीक से काम न करे या कोई ऐसी चीज़ या बात जो कि आपके प्रोजेक्ट को बोरिंग विज्ञान मॉडल से अलग एक मनोरंजक रूप में भी पेश कर सकें। इससे जज को आपके उस प्रोजेक्ट को लेकर, आपके लगाव का एह्सास होगा और हो सके तो ये भी ज़रूर बताएं कि इस काम को करने की प्रेरणा आपको कहाँ से मिली। पर थोड़े मनोरंजन के साथ।
सही प्रस्तुतीकरण
कई बार कई अच्छे प्रोजेक्ट या मॉडल सिर्फ इसलिए नज़र में नहीं आ पाते क्यूंकि उनका प्रस्तुतीकरण ठीक तरह से या आकर्षक नहीं होता। ये चीज़ मैंने भी नोटिस की कि मेले में कुछ ऐसे प्रोजेक्ट थे, जो काफी ज्ञानवर्धक थे पर उनका प्रस्तुतीकरण इतना प्रभावी नहीं था, जिसकी वजह से उनके ऊपर लोगों का ध्यान उतना नहीं जा रहा था। वहीं कुछ बच्चों ने अपने मॉडल को इतने आकर्षक तरीके से पेश किया था कि साधारण सा प्रोजेक्ट भी लोगों को अपनी और खींच रहा था, तो सिर्फ अच्छा प्रोजेक्ट बनाना ही काफी नहीं वरना उसका सही और सुन्दर प्रस्तुतीकरण भी ज़रूरी है ।
अंतत
अच्छे अंक लाने के लिए कुछ सुझाव :
- सही उपकरणों का चुनाव
- डाटा की सही व्याख्या
- सही और सटीक जानकारी
- अच्छी खोज और प्रयोग का सम्मिश्रण
- सही रिजल्ट के लिए प्रयोग का कई बार दोहराव
- विश्लेषणात्मक तकनीकों के साथ प्रयोगात्मक परिणामों का विवरण
- प्रयोग का वास्तविक जीवन से सम्बन्ध
- सही वैज्ञानिक तकनीक
कुछ प्रश्न जो आपसे पूछे जा सकते हैं ? जज आपसे उस मॉडल से सम्बंधित कई सवाल पूछ सकते हैं । कुछ प्रश्न, जो आप से.पूछे जा सकते हैं।
- आपको इस प्रोजेक्ट का आईडिया कहाँ से आया ?
- अपनी खोज में आपने क्या पाया ?
- इस उपकरण को बनाने में कितना समय लगा ?
- इस उपकरण को किस तरह बनाया ? ये किस तरह काम करता है ?
- इस उपकरण को अलग-अलग परिणामों के लिए कितनी बार चेक किया है ?
- क्या तुमने कुछ ऐसा भी करके देखा जो काम न कर रहा हो ?
- क्या आप इसके पीछे काम करने वाले वैज्ञानिक सिद्धांत को समझा सकते हैं ?
- क्या आपको लगता है कि इस तकनीक का कोई उपकरण काम कर रहा है ?
- अपनी व्याख्या के लिए आपने किस पुस्तक का सहारा लिया ?
- अगर आपको इस प्रोजेक्ट पर आगे काम करने को कहा जाए, तो आप क्या करना चाहेंगे ?