प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ दुनिया का सबसे बड़ा रिवर क्रूज जिसका नाम “गंगा विलास” रखा गया है। उसका उद्घाटन 13 जनवरी को करेंगे। उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री ने बताया कि यह रिवर क्रूज 3200 किलोमीटर का सफर 50 दिनों में 27 नदियों से होते हुए जो भारत और बांगलादेश में स्थित हैं, विश्व धरोहर स्थलों सहित वास्तुकला की दृष्टि से महत्वपूर्ण 50 स्थानों से होते हुए यात्रा पूर्ण करेगा।
गंगा विलास, वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए डिब्रूगढ़ तक अपनी ये कई ऐतिहासिक स्थलों सहित दुनिया के कई सबसे बड़ी नदियों से होते अपनी ये यात्रा 50 दिनों में पूर्ण करेगा।
ऐतिहासिक रूप से भारत को यह सबसे बड़ा भेंट, पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री का सपना जो उन्होंने एक चुनावी प्रचार के दौरान कहा था की “हवाई चप्पल पहनने वाला भी, अब हवाई जहाज” का सफर कर सकेगा।
उनका यह विचार देश सभी क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देना है तथा उसी दृष्टिकोण से यह भारत के लिए एक गर्व का विषय है, आज के समय में जब संपूर्ण विश्व एक इकोनामिक क्राइसिस से गुजर रहा है, वहीं भारत एक तरक्की की राह पर गुजर रहा है। संपूर्ण विश्व की नजर भारत पर टिकी हुई है, आज के समय यदि हम स्पेस की बात करें, तो भारत एक विश्वसनीय तथा सस्ता स्पेस कार्गो ले जाने में सक्षम देसो कि श्रेणी में स्वयं को बहुत कम समय में बिस्तापित किया है।
यदि हेल्थ सेक्टर की बात करें तो भारत में कोर्णाक काल के समय संपूर्ण विश्व को सस्ती यहां तक कि मुफ्त में वैक्सीन आयात करने वाला सबसे बड़े देश के रूप में सामने आया और भारतीय मेडिकल साइंस के संस्थाएं तथा भारतीय डॉक्टरों ने वैक्सीन का निर्माण आधुनिक एवं भरोसेमंद साबित किया है।
भारत के माननीय प्रधानमंत्री का सपना, जो कि भारत को एक अलग देश के रूप में विस्थापित करने का है वह गतिशील रूप से चल रहा है। हम किसी भी सेक्टर की बात करें, चाहे वह भारत में मैन्युफैक्चरिंग हो या बड़ी संस्थाएं जैसे सैमसंग और आईफोन द्वारा विश्व की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री लगाने की बात; भारत ने स्वयं को वैकल्पिक और विश्वसनीय राष्ट्र के रूप में साबित किया है।