क्या रमजान की हालत में कोरोना वैक्सीन लगवा सकते है

सभी रोजेदार के मन में ये ही प्रश्न है की रमजान मे कोरोना वैक्सीन लगवा सकते है या नहीं क्योंकि रोजेदार अपना रोजा नहीं छोड़ना चाहते इसलिए वो कोरोना वैक्सीन लगवाने से डर रहे है, आज इस लेख के मद्यम से हम आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे की रमजान मे कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते है या नहीं, रोज़े में भी आप कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते है इससे आपके रोज़े पर कोई फर्क नहीं पढ़ेगा और न ही आपका रोजा टूटेगा “ऑल इंडिया दावतुल मुसलमीन के संरक्षक और उलेमा कारी इसहाक गोरा ने भी 13 अप्रैल 2021 को बताया की रोज़े में कोरोना वैक्सीन लगवा सकते है इससे आपके रोज़े पर कोई असर नहीं पढ़ेगा बड़े-बड़े उलेमाओ द्वारा भी फतवे जारी कर दिए गए की आप वैक्सीन लगवा सकते है इससे आपका रमजान बरकरार रहेगा।

क्या वैक्सीन की डोज़ पेट मे जाती है?

दारुल इफ्ता फ़रंगी महल द्वारा एक फतवा जारी किया गया है जिसमे कहा गया है की कोरोना वैक्सीन की दवा मनुष्य के शरीर की रगों मे दाखिल होती है न की पेट में जिससे रोजा नहीं टूटता इसलिए बिना किसी डर के जल्द से जल्द इस वैक्सीन को लगवाया जाना चाहिए।

रोज़े में कोरोना वैक्सीन लगवाना क्यों आवश्यक है?

कोरोना महामारी बहुत ही तेजी से फैल रही है अस्पतालों मे भी बेड नहीं है इसलिए हर मनुष्य को अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी रोज़े मे लगातार 15 घंटे भूखे प्यासे रहने से हमारे शरीर मे काफी कमजोरी आ जाती है जिस कारण आपमे ये संक्रमण जल्दी प्रकोप कर सकता है इसलिए खुद की रक्षा के लिए कोरोना वैक्सीन को लगवाए।

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद यदि परेशानी हो?

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद 1 या 2 दिन हल्का बुखार रहता है, यदि आपको कमजोरी महसूस हो तो आप 2 दिन आराम करें और रोज़े न रखे क्यूंकी ईश्वर को भी दिख रहा है की आप इस वक़्त रोज़े नहीं रख पाएंगें इसलिए ये मत सोचिए की आप रमजान न रख कर कोई पाप कर रहे है।

अफवाहों पर यकीन न करें:

प्रतिदिन कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है इसलिए आप किसी अफवाह पर विश्वास न करें जैसे इन्जेक्शन लगवाने से आपका रोज़ा मुकरु हो जाएगा या उसकी दवा से आपका रोजा खराब हो जाएगा आप बिना किसी संदेह के रोज़े की हालात मे कोरोना का इन्जेक्शन लगवा सकते है।

वैक्सीन कोई खाने पीने की चीज नहीं जिससे रोज़ा टूटे:

वैक्सीन कोई ऐसी चीज नहीं है जिससे रोज़ा टूटे क्यूंकी खाने पीने की चीजों से रमजान टूट जाता है परंतु ये वैक्सीन हमे रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान कर रही है न की खाना इसलिए यह कहना गलत है की वैक्सीन कोई खाने की चीज है।

वैक्सीन की कितनी डोज़ लेनी पढ़ेगी व कोविशील्ड मे क्या है?

कोविशील्ड वैक्सीन को 0.5 मिली के 2 डोज़ दिए जाते है पहली डोज़ लेने के बाद दूसरी डोज़ 4 से 6 हफ्ते का अंतर होता है, कोविशील्ड वैक्सीन के आमतौर पर एल हिस्टिन ,एल हिस्टिडीन हाइड्रोक्लोराइड मोनोहाइड्रेड, मेगनिशियम क्लोराइड हेक्साहाइड्रेड ,इथेनाल सोडियम क्लोराइड और इन्जेक्शन के लिए पानी का प्रयोग किया जाता है, इसलिए डरने वाली कोई बात नहीं की इसके प्रयोग मे किसी नशीली वस्तु का प्रयोग किया जाता है।

कोरोना वैक्सीन शरीर में प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाती है:

रमजान में मनुष्य के शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति बहुत ही कम हो जाती है इसलिए रमजान के बाद भी मनुष्य उस कमी को पूरा नहीं कर पाएगा और संक्रमण सबसे तीव्र गति से उन पर असर करेगा इसलिए रोग प्रतिरोधक शक्ति को बनाए रखने के लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है।

कोरोना के लक्षण होने पर तुरंत इलाज कराए:

दारुल इफ्ता फ़िरंगिमहल ने अपने फतवे मे बताया की यदि किसी रोजेदार को कोरोना के लक्षण पाए जाते है तो वो तुरंत अपना इलाज कराए और रोज़े न रखे ठीक होने पर ही रोज़े रखे।

यदि कोरोना वैक्सीन के बाद बुखार आए तो क्या रोज़े छोड़ने चाहिए?

वैक्सीन लगवाने के बाद हल्का बुखार जुकाम हो सकता है तो आप घबराए नहीं ऐसा होने पर आप रोज़े न रखे उन रोज़ों को आप बाद मे भी रख सकते है क्यूंकी पैगंबर मोहम्मद साहब ने भी कहा है की यदि कोई बीमार है तो वो पहले शिफ़ा हासिल करें।

क्या रोज़े मे अन्य बीमारी के लिए लिए भी कोई इन्जेक्शन लगवा सकते है?

आपको उपर का लेख पढ़ कर यह तो ज्ञात हो गया होगा की रमजान मे कोरोना वैक्सीन लगवा सकते है पर क्या अन्य कोई बीमारी हो तो उसके लिए इन्जेक्शन लगवा सकते है, जी हाँ आप अन्य बीमारी मे भी इन्जेक्शन लगवा सकते है।

एडवोकेट पारुल पेशे से एक वकील, कानूनी सलाहकार, सामाजिक लेखक, और लेखसागर टीम में कानूनी सलाहकार सदस्य।

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