कला (कला) शब्द इतना व्यापक है कि विभिन्न विद्वानों की परिभाषा केवल एक तरफ छूती है। कला का अर्थ गहरा है, हालांकि इसकी भी परिभाषा दी गई है। भारतीय परंपरा के अनुसार, कला उन सभी कार्यों को बताती है जहां कौशल की उम्मीद है। मानवीय भावनाओं को व्यक्त करने के कुछ विशेष तरीके हैं, जिन्हें कुछ नाम दिए गए हैं। जैसे संगीत कला, स्थापत्य कला, चित्रकला, कविता और मूर्तिकला आदि। हर एक कला को सीखने के लिए बहुत परिश्रम की अवशक्यता होती है।
करियर तो हर एक कला में है जैसे संगीत कला हो तो आप गायक बन सकते है, मूर्तिकला आपको आती है तो आप अच्छे मूर्तिकार बन सकते है। दुनिया में हर एक कला का अमुल्यपूर्ण स्थान है और उसको अच्छी तरह से सहारा भी जाता है। देखा जाए तो हमारी भारतीय संस्कृती के अनुसार दुनिया में कुल ६० से भी ज्यादा कलाएं मौजूद है, पर हम कुछ कला को ही जानते है।
जैसे की दुनिया में अभी ज्यादा करके इन कला को ज्यादा महत्व दिया जाता है:–
- संगीत कला (music art)
- नृत्य कला (dance art)
- चित्रकला (Painting art)
- काव्य कला (Poetry art)
- मूर्तिकला (Sculpture art)
- रंगमंच (theater/ Cinema art)
- मीडिया कला (media art)
- पाक कला (Culinary art)
- स्थापत्य कला (Architecture art)
- मेकअप आर्टिस्ट (makeup art)
- विजुअल कला(Visual art)
हम हर एक कला के बारे में आगे अच्छे से जानेंगे।
1. संगीत कला:–
संगीत प्राचीन काल से मनोरंजन का एक मुख्य स्रोत रहा है। पहले के समय में, जब कोई टेलीविज़न, इंटरनेट कनेक्शन, वीडियो गेम या खुद के मनोरंजन के लिए कोई अन्य तरीका नहीं था, तो संगीत ने लोगों को बोरियत से निपटने में मदद की। इससे उन्हें एक-दूसरे के साथ बेहतर जुड़ने में मदद मिली। लोगों ने लोक गीत गाए और अपनी धुनों पर नृत्य किया। अभी की दुनिया में संगीत कहा से कहा पहूंच गया है, लोग अभी अलग अलग प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और इसके कई सारे प्रकार भी है। बच्चे बूढ़े किसका अंतर नहीं है यह कला सीखने के लिए। आप इसको अपने करियर की तरह चुन सकते है।
2. नृत्य कला:–
भारत में नृत्य की परंपरा प्राचीन काल से है। भरत मुनि का नाट्य शास्त्र भारतीय नृत्यकला की पहली और प्रामाणिक पुस्तक माना जाता है। इसे पंच वेद भी कहा जाता है। इसके भी बहुत सारे प्रकार है। बहुत सारे लोग इस कला की रुचि रखते है। इसकी भी अलग अलग प्रतियोगिता होती है जिसके कारण यह लोगो में अधिक आकर्षण बनी हुई है।
3. चित्रकला:–
भारत में चित्रकला का इतिहास बहुत पुराना है। जब प्राचीन काल में लोगों के पास कुछ नहीं था तो वह गुफाओं में कारागिरी करते थे। पर अब समय अलग है हमारे पास बहुत सारे चीज़े उपलब्ध है। इस कला में भी अलग अलग प्रकार है।
4.काव्य कला:–
कम शब्दों में अधिक कहना काव्यात्मक है। कविता शब्दों की सजावट है। इतिहास को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए कविता सबसे अच्छा माध्यम है, क्योंकि इसे आत्मसात हर किसी के बस की बात नहीं है।
5. मूर्तिकला:-
यह भी एक अतिप्राचीन कला है। लोग इसमें बहुत रुचि रखते है। अपनी कल्पना को एक अच्छा सुंदर स्वरूप देना एक अच्छे मूर्तिकार को ही आ सकता है। आप इसे भी अपने करियर के लिए चुन सकते है।
6. रंगमंच:–
यह भी एक प्राचीन कला है। पहले लोग ब्लैक और व्हाइट पर्दे पर नजर आते थे। अभी थिएटर बहुत आगे बढ़ गया है। इसमें तो युवा लोग ज्यादा रुचि रखते है। दुनिया में इसका आकर्षण बहुत बढ़ गया है और लोगो को यह देखना बहुत अच्छा लगता है। मनोरंजन का एक साधन ही जैसे बन गया हो।
7.मीडिया कला:–
मीडिया कला में फोटोग्राफी, सिनेमेटोग्राफी और विज्ञापन आदी होता है। इस कला को तो युवा पीढ़ी बहुत पसन्द करती है। ज्यादा करके लोग इस कला में रुचि रखते है। यह भी एक मनोरंजन का साधन बन गया है।
8.पाक कला:–
आज खाना बनाना भी एक पेशा बन गया है। आजकल कुछ टीवी चैनल भोजन से संबंधित प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करते हैं। जिसके माध्यम से भोजन बनाने की कला का चलन और महत्व भी बढ़ा है। कई लोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने के भी शौकीन होते हैं। जिसके कारण (खाना बनाना), विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाना भी एक फैशन बन गया है। लोगो का भी इस कला पर आकर्षण बढ़ गया है। अभी लड़किया ही नहीं तो लड़के भी पाक कला बहुत कुशल है और बहुत अच्छी तरीके से काम करते है।
9. स्थापत्य कला:–
यह भी बहुत प्राचीन कला है। देश और विदेश की विभिन्न खूबसूरत इमारतों में होने वाली स्थापत्य कला के अद्भुत कौशल से प्रेरणा लेते हुए, यदि आप भी आर्किटेक्चर के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो बहुत अच्छी बात है। यह कला का क्षेत्र बहुत विस्तार है।
10. मेकअप आर्टिस्ट:–
यह कला तो हर किसी लड़की को भी और जो इस कला की रुचि रखते है वैसे लडको भी बहुत अच्छी लगती है। आजकल यहीं चीजों का ट्रेंड चल रहा है। दुनिया में कितने प्रभावशाली मेकअप आर्टिस्ट हैं। अगर आप यह कला को चुनना पसन्द करते है तो बहुत अच्छा है।
11. विजुअल कला:-
विजुअल आर्ट क्षेत्र रचनात्मक होने के साथ भी दिलचस्प है। पेंटिंग, चित्रण मूर्तियों, एनिमेशन इत्यादि जैसे कई हिस्सों हैं। यदि आप इसमें रूचि रखते हैं, तो आप संबंधित पाठ्यक्रमों के साथ एक बेहतर करियर की ओर एक कदम बढ़ा सकते हैं। दृश्य कला का अर्थ है अपने विचारों, भावनाओं और संवेदनाओं को विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से आसानी से प्रस्तुत करना। विज़ुअल आर्ट में टेक्सटाइल आर्ट, प्रिंट मेकिंग, कमर्शियल आर्ट, इलस्ट्रेशन, एनीमेशन, टाइपोग्राफी, फोटोग्राफी, प्रिंटिंग आर्ट, पॉटरी और बहुत कुछ शामिल है।
कोर्सेस (courses):–
बारहवीं पास उम्मीदवार ऐसे कला के कोर्स में प्रवेश लेकर करियर की राह में आगे बढ़ सकते हैं। दुनिया में बहुत सारे जगह इन कला को सिखाने के लिए महाविद्यालय है। आप इसमें ग्रेजुशन, मास्टर डिग्री कर सकते है, और आप अधिक चाहें तो आप पीएचडी भी कर सकते है।
अवसर (Opportunities):-
वैसे तो बहुत सारे अवसर है आपने मास्टर/पीएचडी डिग्री की होगी तो आपको कला शिक्षक बनने का महाविद्यालय में मौका मिल सकता है। नहीं तो आप खुद अपना एक यूट्यूब चैनल खोल सकते है उसमे लोगो को पढ़ा सकते है। बहुत सारे अवसर है। दुनिया बहुत आगे बढ़ गई है सब अभी डिजिटल हो गया है।
लेकिन यह ध्यान में रखें, कला चाहें जो भी हो, अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का एक तरीका ही तो है। चाहे आप एक चित्रकार हों, या एक लेखक, या एक गायक, या एक नर्तक, किसी भी कला के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात स्वयं-अभिव्यक्ति है। किसी भी कला के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात होती है उसके मन में बसना और उसके लिए रस होना।