ऑनलाइन सेलिंग आजकल एक नया और बहुत ही आसान सा लगने वाला आप्शन बन गया है। हमें लगता है कि बस वेबसाइट बनाओ और सामान बेचो और नहीं तो किसी अन्य वेब साइट के माध्यम से भी हम ये काम कर सकते हैं।
ये सही है कि ये एक बहुत ही उचित माध्यम है। अधिक से अधिक लोगों तक आपका उत्पाद बेचने के लिए। पर ये इतना आसान नहीं है, जितना नज़र आता है।
आज हम ऑनलाइन सेलिंग में आने वाली कठिनाइयों पर एक छोटी सी चर्चा करना चाहते हैं, जिसके कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं-
प्रॉफिट शेयरिंग
हर वेब साइट अपने नियमों के अनुसार आपकी दी गई प्राइज में अपना मुनाफा जोड़ती है, जो लगभग ३०% तक होता है, जिससे आपके उत्पाद की कीमत बढ़ जाती है, जिससे आपको नुक्सान उठाना पड़ सकता है और अगर आप एक ही उत्पाद अलग अलग साइट पर डालते हैं, तो उनके प्राइज में फर्क आ जाता है, जिसका फायदा वेबसाइट को मिलता है, आपको नहीं।
कठिन प्रोसीजर
हर वेबसाइट पे उत्पाद बेचने से पहले आपको एक लम्बी और कठिन फॉर्म भरने की तकलीफ को झेलना पड़ता है। कई बार छोटी छोटी गलतियों पर फॉर्म रिजेक्ट हो जाते हैं, तो कभी फोटो को लेकर परेशानी होती है। सबसे ज्यादा परेशानी उन छोटे व्यापारियों को होती है, जिन्हें इतनी ज्यादा जानकारी नहीं होती और वो इन सब में उलझ जाते हैं और अपने उत्पादों को ठीक तरह से प्रचारित नहीं कर पाते।
अधिक प्रतियोगिता
आज सेकड़ों ऑनलाइन वेब साइट बनती चली जा रही है, जिसके चलते प्रतियोगिता भी बढ़ गई है और ज्यादा मुनाफा कमाना भी मुश्किल होता जा रहा है क्यूंकि वही उत्पाद अलग अलग साइट पर उपलब्ध होता है, जिसकी वजह से आपकी परेशानी बढ़ जाती है।
पैकिंग की समस्या
किसी भी वस्तु को ऑनलाइन बेचना मतलब उसको पोस्ट या कोरियर के माध्यम से भेजना और सबसे ज़रूरी बात उत्पाद को ग्राहक तक सही सलामत पहुंचाना। आजकल कई केस सुनने में आते हैं कि मंगाया कुछ और गया था पर पैकिंग खोलने पर कुछ और निकला इसलिए ये आवश्यक है कि पैकिंग करते वक़्त पूरी सावधानी रखी जाये, ताकि आपका उत्पाद आपके ग्राहक तक एकदम सही पहुंचे।
डिलीवरी में परेशानी
ज्यादातर सभी वेब साइट पर प्रोडक्ट डालने पर उनको एक डिलीवरी एड्रेस देना होता है, जहाँ से वो हमारा सामन कलेक्ट करते हैं पर अगर आप किसी छोटे शहर में रहते हैं, तो आप को पहले देखना पड़ेगा कि वो वेब साइट आपके शहर या गाँव से आपका उत्पाद कैसे कलेक्ट करेगी क्यूंकि ज्यादातर वेब साईट बड़े शहरी पते ही स्वीकार करती हैं और यदि आपने डिलीवरी देने में देर की, तो आपको उलटा जुर्माना भरना पढ़ सकता है।
स्टॉक की समस्या
एक बार वेबसाइट पर प्रोडक्ट डालने पर आपको इंतज़ार करना पड़ता है कि कब कोई ग्राहक आपके सामान को पसंद करेगा और खरीदेगा, अगर आप कोई ऐसा उत्पाद जैसे कपड़े आदि बेचते हैं, तो आप के लिए ये समस्या हो सकती है क्यूंकि अगर आप के पास आर्डर आने में देर हो गई और उस वक़्त आप के पास वो वस्तु स्टॉक में ना हुई, तो परेशानी हो जाएगी। अगर आप एक बड़े व्यवसाई हैं, तो आप आसानी से स्टॉक कर सकते हैं पर छोटे व्यवसाई हैं, तो इतना स्टॉक रखना एक परेशानी का सबब ही है।
पेमेंट की परेशानी
अक्सर ये समस्या देखने में आती है कि वेब साइट अपना पैसा तो समय पर लेती है पर हमारे अकाउंट में पैसे डालने में काफी समय लगाती है और बार-बार पूछने पर नई औपचारिकता बता देती है, जो काफी परेशान करता है।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ऑनलाइन सेलिंग इतनी आसान नहीं जितनी सुनने में लगती है पर हर सिक्के के दो पहलु होते हैं और थोड़ी सी समझ और मेह्नत से हम भी अपना सामान ऑनलाइन बेच सकते हैं पर फिर भी ये सच है कि छोटे व्यापारियों के लिए ऑनलाइन बाज़ार की राह आज भी मुश्किल है।
ये लेख में अपने अनुभव के आधार पर लिख रही हूँ क्यूंकि मैंने भी एक बार चंदेरी सारी को ऑनलाइन सेल करने के लिए कुछ प्रमुख वेबसाइट पे अकाउंट बनाये और प्रोडक्ट डाले थे पर सबसे पहले तो उनकी फॉर्म और प्रोसीजर और विडियो टू टोरीअल से में ऊब गई फिर फोटो शूट में आने वाली दिक्कत क्यूंकि मैं कोई प्रोफेशनल फोटोशूट नहीं करवा सकती थी। बार-बार मेरे द्वारा भेजा गया पता रिजेक्ट हो जाता था।
उसके बाद उनको एक ऐसे शहर का एड्रेस चाहिए था, जहाँ से उन्हें प्रोडक्ट कलेक्ट करने में आसानी हो। चंदेरी तो उनकी लिस्ट में था ही नहीं। फिर एक सारी को बेचने के लिए मुझे कई लम्बी औप्चारिक्ताओं की सूची पकड़ा दी गई और फिर कुल मिलाकर मैंने सोच लिया कि भाई ये राह हम जैसे लोगों के लिए आसान नहीं है पर सबके अपने अनुभव होते हैं।
Online Products Sell Karna Aasan nahi hai, chahe wo Flipkart ho, Amazon, Snapdeal ya fir ShopClue. I hope you will find it useful and yes, these are my own views and the problems that I have gone through.