आधुनिकता के इस दौर में जब भी किसी व्यक्ति को अपने बिसनेस की शुरुआत करनी होती है तब उसके समक्ष सबसे बड़ा सवाल यह आता है कि आखिर वह किस प्रकार अपने बिसनेस को कम समय में आसानी से शिखर की उचाईयों तक पहूंचा सके।क्या वो अपने प्रोडक्ट को ऑफ़लाइन बेचे या ऑनलाइन बेचना पसंद करे? भारत जहाँ पूरी दुनिया में ट्रेड और कॉमर्स के छेत्र में सबसे बड़े ई पोर्टल के रूप में उभर रहा है वहाँ अपने बिसनेस को एक दुकान में कुछ थोड़े बहुत प्रॉडक्ट्स के साथ परिमित करना एक समझदार विक्रेता को बिलकुल भी शोभा नहीं देता।
डिजिटल दुनिया के इस दौर में यदि डिजिटल मार्केटिंग के बारे में हमें जानकारी नहीं तो अवश्य ही हम कहीं न कहीं औरों से पीछे चल रहे हैं। आज के इस बदलते युग में लोग अपना ज्यादा से ज्यादा समय ऑनलाइन ही व्यतीत करते हैं जिसकी वजह से आजकल बिसनेस करने का स्वरूप भी काफी हद तक बदल चुका है। ऑफ़लाइन शॉपिंग की जगह अब ऑनलाइन शॉपिंग ने ली है जहाँ घर बैठे ही कस्टमर को अपने पसंदीदा ब्राँड की सामग्री बस कुछ ही क्लिक कर में आसानी से मिल जाती है।भारत में बहुत सारी ऑनलाइन मार्केटिंग की साइट्स हैं जैसे कि फ्लिपकार्ट, ऐमेज़ॉन, मिंत्रा, आदी जहाँ पर आप बेहिचक कुछ आसान तरीकों से एक सफ़ल ऑनलाइन विक्रेता या सैलर बन सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको स्टेप बाई स्टेप गाईड करेंगे कि कैसे आप फ्लिपकार्ट और ऐमेज़ॉन में एक विक्रेता के रूप में रजिस्टर कर अपने प्रोडक्ट को आसानी से बेच सकते हैं और एक सफ़ल बिसनेस मैन बन सकते हैं।
ऐमेज़ॉन और फ्लिपकार्ट पर विक्रेता कौन कौन से सामान बेच सकते हैं?
बेबी प्रॉडक्ट्स, ब्यूटी प्रोडक्ट, किताबें, मोबाइल और मोबाइल ऐक्सेसरीज़, घड़ियाँ,पर्सनल केअर सामग्री, किचन और घर के सामान, गहने, पर्सनल कंप्यूटर, वीडियो गेम्स, शूज और हैण्डबैग, म्युज़िकल इंस्ट्रुमेंट, एलेक्ट्रॉनिक सामान, खिलौने, अप्परेल, ऑटोमोटिव ऑफ़िस की सामग्री टैबलेटपेट सामग्री ग्रोसरीस और भी बहुत कुछ।
आईए अब देखें फ्लिप्कार्ट पर प्रॉडक्ट्स बेचने के आसान स्टेप्स:
1. फ्लिपकार्ट पर सैलर अकाउंट बनाने की प्रक्रिया
फ्लिप्कार्ट में विक्रेता बनने से पहले ये सुनिश्चित करलें कि आपके पास नीचे दिए गए सारे ज़रूरी दौकमेंट्स हैं:
1 पैन कार्ड
2 जी एस टी नम्बर
3 बैंक अकाउंट नम्बर
4 कैन्सल्ल्द चेक
5 ऐड्रेस प्रूफ
स्टेप 1: रजिस्टर करने की लिए seller.flipkart.com में जाएँ। register today विकल्प में अपना ईमेल पता और मोबाइल नंबर भरें।
स्टेप 2: “START SELLING”विकल्प को चुने।
स्टेप 3: account creation section में जाएँ और अपने डिटेल्स भरें – अपना पूरा नाम, आपके शहर का पिन कोड लिखें।ड्रॉप डाउन लिस्ट से अपने प्रॉडक्ट कटेगरी चुने। फ्लिप्कार्ट सेलर अक्कौंट में नया पासवर्ड बनाये और सबमिट करें ।
Step 4:फ्लिप्कार्ट आपके ई-मेल पते पर वेरिफ़िकेशन लिंक भेजेगा। उसे क्लिक करें और अपना ई-मेल पता वेरिफाई करें।
स्टेप 5: अपने कॉन्टैक्ट डिटेल्स दें और प्राइमरी प्रोडक्ट टाइप बताएँ।
स्टेप 6: अपने पैन कार्ड डिटेल्स, जी एस टी नम्बर और बैंक खाते की जानकारी भरें।
स्टेप 7: अपने बिजनेस ब्राण्ड का नाम और उसकी सारी डिटेल्स साझा करें।
स्टेप 8: अब सेव और कंटिन्यू बटन दबायें ।
इस तरह से फ्लिपकार्ट पर विक्रेता के रूप में आपके रजिस्टर करने की प्रक्रिया पूरी होती है । वेलकम पेज पर सारे ज़रूरी दोकमेंट्स अपलोड करें।
2: अपने बिजनेस का वेरिफ़िकेशन
अकाउंट बनने के बाद आप अपना बिजनेस किस कटिगरी में करेंगे वो वेरिफाई करवाना पड़ेगा। बिजनेस या तो विक्रेता स्वयं अपने नाम से,प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा, किसी फ़र्म के साथ पार्टनरशिप पर या ट्रस्ट और फाऊंडेशन के माध्यम से कर सकते हैं। इसके लिये स्वयं का या प्राइवेट कंपनी का या फ़र्म का या ट्रस्ट का इदेन्तिटी प्रूफ़ जी एस टी नम्बर और ऐड्रेस प्रूफ़ की जानकारी अनिवार्य है।
3. फ्लिपकार्ट में सामानों को बेचने के लिए लिस्टिंग प्रक्रिया
बिजनेस वेरिफ़िकेशन के बाद प्रोडक्ट की लिस्टिंग सबसे ज़रूरी स्टेप है। आप जो भी ब्राण्ड के प्रॉडक्ट्स बेच रहे हैं उनके बारे में सही और पूरी जानकारी साझा करें।
अपने प्रोडक्ट को फ्लिपकार्ट में कैसे लिस्ट करें
स्टेप 1: सैलर पोर्टल में पहले लोग इन करें
स्टेप 2: “Listing tab”को क्लिक करें जहाँ आपको एक-एक कर के सामानों को लिस्ट करना है। “add listing in bulk” को दबायें। एक केटालोग एक्सल फ़ाईल की तरह आपके सामने आएगा जिसमें आपको अपने प्रोडक्ट की डिटेल्स साझा करनी है।
स्टेप 3: प्रोडक्ट की क्वालिटी चेक के लिए भी जानकारी प्रदान करें।फ्लिपकार्ट की टीम आपकी फ़ाईल की पूरी तरह से जांच करेगी। जांच में कोई कमी पाये जाने पर उसे ठीक करने के लिए कहेगी।यदि आपके प्रोडक्ट की फ़ाईल पूरी तरह से सही पायी जाती है तो उसे अप्रूव कर दिया जाता है।
इसके बाद आप अपने प्रोडक्ट की कीमत और स्टॉक नम्बर “लिस्टिंग टैब” में जा कर “माय लिस्टिंग” में अपडेट करें। आपका प्रोडक्ट अब बिकने के लिये तैयार है।ध्यान रहे अपने प्रोडक्ट की फोटोस बिलकुल क्लियर हो ताकि कस्टमर आपके प्रोडक्ट के प्रति आकर्षित हो सके।
4. ऑर्डर मैनेजमेंट
अच्छे ऑर्डर मैनेजमेंट के लिए विक्रेता को सबसे पहले यह ध्यान रखना चाहिए कि खरीदार ने ऑर्डर कन्फर्म किया है कि नहीं । ऑर्डर कन्फर्म होने के बाद प्रोडक्ट की पैकिंग और लबेलींग ठीक ढंग से होनी चाहिए। खरीदार का पूरानाम वा पता सफाई से मेन्शन होना चाहिए। सैलर पोर्टल में “ready to dispatch” आइकन को हाईलाईट करें ताकि मालूम हो सके कि प्रोडक्ट डिस्पैच के लिए तैय्यार है। अखिर में ये देखना ना भूलें कि आपका प्रोडक्ट खरीदार को डिलीवर हुआ या नहीं।
5. रिटर्न पॉलिसी
यदि कस्टमर प्रोडक्ट के मानक से खुश नहीं है तो सैलर से प्रोडक्ट वापस या एक्सचेंज kar सकता है।यदि कोई भी प्रॉडक्ट में किसी भी प्रकार का इन्हेरेंट डिफेक्ट पाया जाता है तब फ्लिपकार्ट विक्रेता से शिपिंग चार्ज लेता है।
6. शिपिंग और डिलीवरी
फ्लिप्कार्ट प्रॉडक्ट लिस्टिंग के लिए विक्रेता से कोई भी फीस नहीं लेता। शिपिंग रेट सामग्री के वज़न और साइज़ पर और साथ ही कौन सी जगह डिलीवर होना है उस पर निर्भर करता है। ऑर्डर किया हुआ प्रोडक्ट ज्यादातर 5 से 7 दिन में पहुँच जाता है।
7. कमीशन
फ्लिप्कार्ट कुछ राशि कमीशन के रूप में (Take from seller) आपके प्रोडक्ट की सेल वेल्यू से डीडक्ट करती है।ये राशि 2.5% से 25% तक हो सकती है जो कि आपके प्रोडक्ट के प्रोमोशन के लिए इस्तेमाल की जाती है।
ऐमेज़ॉन की साइट पर कैसे प्रोडक्ट बेचें
ऐमेज़ॉन इंडिया में सामान बेचने के लिए कुछ दोकमेंट्स की ज़रूरत पडती है, वो इस प्रकार से हैं:
1 पैन कार्ड
2 जीएसटी नम्बर
3 बैंक अकाउंट
4 ईमेल आईडी
5 मोबाइल नंबर
ऐमेज़ॉन में सामान बेचने के लिए स्टेप बाई स्टेप गाईड:
स्टेप 1: Amazon.in की साइट पर जाएँ,नीचे स्क्रोल करे। आपको सेल्ल ओन ऐमेज़ॉन (sell on Amazon ) विकल्प मिलेगा।उसे क्लिक करें।ध्यान रहे रजिस्टर करने के लिए अपने कंप्यूटर या लैपटॉप का इस्तेमाल करें ।
स्टेप 2: अब GET STARTED विकल्प को दबायें और रजिस्टर करें ।
स्टेप 3: अब create your account विकल्प दबायें और अपने सही डिटेल्स भरकर अकाउंट बनाये ।
स्टेप 4: अपने बिसिनेस का नाम लिखें लीगल नेम के विकल्प पर जा कर, अग्र्रेमेंट पर टिक करें और कंटिन्यू (continue ) बटन दबायें ।
स्टेप 5: आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा जिससे आप अपना मोबाइल नम्बर वेरिफाई करें ।मोबाइल नम्बर वेरिफ़िकेशन के बाद SELLER INFORMATION विकल्प मे अपने आप डायरेक्ट हो जायेंगे।
इसके बाद आप स्टोर नेम लिखें जो कि यूनिक होना चाहिए। प्रोडक्ट कटेगरी में जाएँ और जो भी सामान आपको बेचना है उस कटेगरी को चुने। आप एक से अधिक सामान की कटेगरी चुन सकते हैं। इसके पश्चात आप अपने घर का सही और पूरा पता टाइप करें।
नोट: ऐमेज़ॉन इज़ी शिप सर्विस हर पिन कोड में उप्लब्ध नहीं है पर ऐमेज़ॉन आपको दूसरे कोरियर सर्विस जैसे ब्लू डार्ट,दी टी दी सी, इंडियापोस्ट आदी की सेवा मात्र 40रु के चार्ज में उप्लब्ध करवाता है ।
स्टेप 6: इसके बाद आपसे पूछा जायेगा कि आपके पास जी एस टी नम्बर है कि नहीं।हाँ या ना का विकल्प चुने और आगे बढ़े। यदि आपके पास जी एस टी नम्बर या पैन कार्ड नहीं है तो आप अपडेट लेटर का विकल्प चुने।यदि जी एस टी नम्बर और पैन कार्ड नम्बर है तो इनकी डिटेल्स भरें और नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें। याद रहे यदि आप टैक्सेबल प्रोडक्ट बेचते हैं तो आपको ऑर्डर लेने के समय जी एस टी नम्बर लगेगा ही।
स्टेप 7: सैलर इंटरव्यू सेक्शन में अपने बिजनेस के हिसाब से विकल्प चुनें।“where do you get the product from” par टिक करें।उदाहरण के लिए यदि आप विक्रेता हैं तो “resell product that I buy” पर क्लिक करें।अपना वार्षिक टर्नओवर लिखें और बताएँ कि आपको कितने सामान बेचने हैं।यह भी बताएँ कि आप किसी और वेबसाइट पर भी सामान बेचते हैं या नहीं।
स्टेप 8: डैशबोर्ड सेक्शन में “स्टार्ट सेल्लिंग(start selling)” पर क्लिक करें और अपने पैनल में चीजें शामिल करें। इसके बाद शिपिंग रेट तय करें। अपना बैंक और टैक्स डिटेल्स भरें।
स्टेप 9:प्रोडक्ट टैक्स कोड: प्रोडक्ट टैक्स कोड निर्भर करता है कि आपका प्रोडक्ट कौन सी कटेगरी में आता है यानी कि आपके प्रॉडक्ट में जी एस टी लगना है या नहीं।
★a GEN_EXEMPT- ऐसे सामान जिनमे टैक्स नहीं लगना है
★A GEN_SUPERREDUCED- 5% टैक्स लगना है
★a GEN_REDUCED – 12% टैक्स लगना है
★a GEN_STANDARD- 18% टैक्स लगना है
आमतौर पर GEN_STANDARD टैक्स स्लेब ही चुनें और विकल्प को सेव करें।
स्टेप 10: अपना सिग्नेचर अपलोड करें। इसके पश्चात “लौन्च यौर बिसिनेस (launch your business) पर क्लिक करें और अपना बिजनेस स्टार्ट करें।
यहाँ से आप कोई भी सामग्री catalogue सेक्शन से जोड़कर inventory में सामग्री को मेनेज कर सकते हैं और pricing में अपने प्रोडक्ट के रेट बदल कर सेट कर सकते हैं।इसी के साथ orders में अपने सामग्री के और्डर मेनेज करें तथा reports में अपने भुक्तान की डिटेल्स देख सकते हैं। advertising सेक्शन में अपने प्रोडक्ट की ऐडवर्टाइज़िंग करें साथ ही performance सेक्शन में अपने बिजनेस की कैसी परफार्मेंस है देख सकते हैं।
ऑर्डर कन्फ़र्म होने के बाद विक्रेता प्रोडक्ट को शिप कर देता है । प्रॉडक्ट शिप करने के लिये ऐमेज़ॉन आपको 3 विकल्प देता है।पहला fulfilment by amazon जिसमें प्रोडक्ट की पैकिंग और शिपिंग दोनों ऐमेज़ॉन ही करेगा । दूसरे easy ship विकल्प में विक्रेता खुद प्रोडक्ट को पैक करेगा और निश्चित दिन व समय में ऐमेज़ॉनकी टीम विक्रेता के पास से प्रोडक्ट ले कर कस्टमर के पास शिप कर देगी। तीसरे विकल्प में विक्रेता ही कस्टमर तक प्रोडक्ट पैक और शिप कर पहुचाएगा और कस्टमर को शिपिंग की सारी जानकारी मुहैया कराएगा।
शिप करने के 7 दिन के अन्दर विक्रेता के खाते में निश्चित राशि ऐमेज़ॉन द्वारा जमा कर दी जाती है ।इसके साथ ही ऐमेज़ॉन विक्रेता को फ्रॉड ऑर्डर और फ्रॉड पेमेंट से भी बचाता है। अधिक जानकारी के लिए विक्रेता ऐमेज़ॉन की सैलर सपोर्ट सिस्टम में जा सकता है यह फिर ऐमेज़ॉन के टोल फ़्री नम्बर 1800-419-7355 पर बात कर सकता है। फिलहाल विक्रेता अपना सामान Amazon.in के द्वारा सिर्फ़ भारत में ही सामग्री बेच सकता है। यूके और यूएस में प्रोडक्ट बेचने के लिए ऐमेज़ॉन ग्लोबल सैलर पर रजिस्टर कर के सामानों को बेचा जा सकता है।
तो देखा आपने कैसे इस सरल गाईड से कोई भी व्यक्ति आसानी से फ्लिपकार्ट और ऐमेज़ॉन पर रजिस्टर कर अपने प्रोडक्टस बेच सकता है और बिजनेस को शिखर तक पहूंचा सकता है।
Originally, this article was published on Isrg Knowledge base by Dr. Supriya Mishra