यह भारत देश दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश लेकिन क्या आप जानते हे की यह देश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मार्किट है। अगर हम एक सजग दृष्टीकोन से इस मार्किट की ओर देख पाए तो हम काफ़ी ज्यादा मुनाफा बेहद कम समय में कमा सकते है। तो आईये जानते हे की कैसे हम भारत में स्टार्टआप कंपनी शुरू कर सकते है।
५ सिम्पल स्टेप्स जिनसे आप भारत में करोड़ो की प्रॉफिट वाली कंपनी स्टार्ट कर सकते है:
पहेला स्टेप मार्किट सर्वे
भारत का मार्किट काफी सारि जरुरत वाली और ऐशोआराम की चीजों और सेवाओ से भरा पड़ा है लेकिन फिरभी कुछ सेवाएं और चीज़ें जो की दुनिया के नामांकित देशो में है वो भारत में आसानी से मिल नहीं पाती। या फिर यु केहे लीजिए की भारत का ग्राहक अभीभी सेवा और उत्पादन की चीजों से असंतुष्ट है। हमें उन चीजों के बारे में जानना होगा जिनके विषय में भारत का ग्राहक पैसा खर्च कर के भी असंतुष्ट है इन बातो को जानने के लिए हमें कुछ लोकल सर्वे करने होंगे जिनसे हम हमारी कंपनी किस विषय में स्टार्ट करेंगे इस बात की पूर्वकल्पना मिलेगी। जिससे हम भारत में कंपनियों की भिड़ का हिस्सा न बनते हुए अपनी अलग पहचान बना सकेंगे। मार्किट सर्वे यह आसान काम नहीं हे लकिन इससे मिलने वाले रिजल्ट हमें ग्राहकपुरक बनाते है। ये वही बात है जिसे काफ़ी सारी स्टार्टअप कंपनी नजरअंदाज करदेती है और ऐसे प्रोडक्ट्स बनती है जिनकी भारत के ग्राहक को जरुरत नहीं है और इस कारन वह एक कर्ज़दार कंपनी हो कर डूब जाती है। तो दोस्तों हमारा पहला कदम होगा की हम जान लगाकर मार्किट सर्वे करेंगे और जरुरी डाटा तैयार करेंगे
दूसरा स्टेप सरकारी योजनाएं
भारत की सरकार लोगों को स्वयंरोजगार की प्रेरणा देने के लिए काफ़ी सारी स्वयंरोज़गार योजनाएं चलाती है जिनके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते इनमे कुछ ऐसी योजनाएँ भी है जो की कंपनी के लिए मशीनरी इक्विपमेंट मुफ्त में अवेलेबल कराती है। हमने सर्वे करके अपनी दिशा तय करली की हम प्रोडक्शन करेंगे या सेवा देंगे ( Manufacturing or Service ) उस के बाद हमें सरकारी योजनांओ में अपना नाम लिखवाकर स्टार्टअप के लिए सरकार से मदत मांगनी है। इन गवर्नमेंट स्कीम्स की वजह से , आप जो अनपेक्षित नुकसान होता है उससे बचजाएँगे इन योजनाओ की जानकारी के लिए विजिट कीजिये www.pmegp.gov.in पर।
तीसरा स्टेप लिगल रेजिस्ट्रेशन
आपकी स्टार्टअप कंपनी का सही चयन करने के बात आपको सबसे पहले अपनी कंपनी को रजिस्टर करने के लिए कदम उठाने चाहिए। आपके सारे लइसेंस सरकार मान्य होनेचाहिए और उन्हें तैयार करने के लिए आपको दूसरे किसीभी एजेंट के पास जाने की जरुरत नहीं आपको अपने ज़िले के जिल्हा उद्योग केंद्र में संपर्क करके रेजिस्ट्रेशन का काम शुरू करना चाहिए। सरकार जानती है की कोईभी स्टार्टअप कंपनी को अपनी कंपनी रजिस्टर करवाने में काफ़ी दिक़्क़त होती है इस लिए उद्योग आधार नामक पोर्टल को बनाया गया है जहाँ आप खुद ही आधार कार्ड की मदत से कंपनी का बेसिक रेजिस्ट्रेशन कर सकते है और उसके लिए कोई भी सेवा शुल्क नहीं लिया जाता। उसकी आगे की जानकारी के लिए आपको ज़िला उद्योग केंद्र की सहाय्यता ले सकते है या फिर अगर आप कुछ पैसा खर्च कर सकते है तो फिर आप किसी लीगल एडवाइजर को भी अपॉइंट कर सकते है। इस स्टेप को पूरा करते ही आप अपने कंपनी की सेवाओं को अपनी तरह से मोड़ सकते है। लेकिन याद रहे की हमें लीगल रेजिस्ट्रेशन करना ही होगा उसके बाद ही हम अपनी कंपनी का प्रोडक्शन स्टार्ट करेंगे। आपका रेजिस्ट्रेशन ना होने की वजह से आप की सारि मेहनत पर पानी फिर सकता है इसलिए लीगल रेजिस्ट्रेशन जरुरी है
चौथा स्टेप टीम बिल्डिंग
हर काम इंसान अकेला नहीं कर सकता है इसलिए आपको टीम बनानी होगी। इस टीम में आपको प्रोडक्शन टीम, मार्केटिंग टीम और टेक्निकल टीम की जरुरत होगी। कोई भी कंपनी तभी बड़ी हो सकती है जब उसके ये तीनो पिल्लर मजबूत हो। मेरी राय में आपको इन टिम्स के हेड अपनेही भरोसेमंद रिश्तेदारों और दोस्तों को बनाना चाहिए। इन टिम्स काम अगर अच्छी तरह से चल रहहोगा तो आप अपनी कंपनी की डेवलपमेंट के बारे में सोच पाएंगे और कंपनी में स्किल्ड लोगो को हाईयर कर पाएंगे अपनी कंपनी का प्रोडक्शन और मार्केटिंग शुरू होने से पहलेही आपके पास अपनी उत्साहपूर्ण टीम होनी चाहिए। हमें इस बात को समझना होगा की यह टीम ही कंपनी का भविष्य तय करेगी इस लिए इस में ऐसे लोग होने चाहिए जो इस कंपनी अपना समझे और कंपनी की प्रगति के लिए मेहनत करें। इस टीम के सहारे ही आप आनेवाली चुनोतियो से निपटने वाले है इस लिए इस में व्यवहारपूर्ण लोगो का होना आवश्यक है। भारत जैसे देश में आपको शुरुवाती दिनों में काफ़ी चुनोतियो का सामना करना पड़ता है यही कारन हे की कई स्टार्टअप कंपनी शुरुवाती दिनोंमेंहि दम तोड़ देती है। इसका एक मात्र कारण यह है की उत्साहपूर्ण टीम का आभाव। आपको एक अच्छी टीम बनानी होंगी।
पांचवा स्टेप क्वॉलिटी मेंटेनन्स
याद रहे की भारत देश की कुल आबादी 130 कऱोड हे जोकि क्वालिटी प्रोडक्ट्स केलिए पैसा देती है। अगर आप इस देश के ग्राहक को क्वालिटी प्रोडक्ट देंगे तो आपकी कंपनी को कम समय में ज्यादा फायदा होगा लेकिन अगर आप पैसो की और ध्यान देकर अगर क्वालिटी मेन्टेन नहीं कर पाए तो आपकी competitive कंपनी को इस बात का फ़ायदा होगा। अगर हमें अपनी कंपनी को यूनिक बनाना है तो हमें अपनी सर्विस में क्वालिटी हमीशा रखनी होंगी तभी हम एक सफल बिज़नेस शुरू करसकते है क्वालिटी मेंटेनेंस सिखने केलिए हमें हमारी प्रतियोगी कंपनी के विषय में पढ़ना होगा। हमें अपने ग्राहकोंको उससे ज्यादा संतुष्ट करना होगा तभी हम कम समय में जल्दी उभरकर आपायेंगे। भारत का हो या दुनिया का कोई भी ग्राहक आपसे अच्छी सेवा या प्रोडक्ट की आशा करता है अगर आप उनके विश्वास पर खरे उतरपाते है तो ये बात मायने नहीं रखती की आप उनसे कितना पैसा लेरहे है। ये बात ठीक उस तरह है जिस तरह धरती पर मौजूद पानी कुल ७१ % होकर भी पिने लायक पानी सिर्फ १.३ % , वैसेही भारत में करोड़ो कंपनिया है हररोज सैकड़ो नई कंपनिया खुल रही है फिर भी उनसे कुछ हज़ार ही है जो क्वालिटी मेंटेनेंस स्टेप को फॉलो करती है। कंपनी स्टार्टअप के शुरुवाती दिनों में आपको फ़ायदा हो या नुकसान आपको अपनी क्वालिटी को मेन्टेन रखना होगा तभी आप ग्राहकों का ध्यान अपनी और ला सकते है।