आधुनिक पीढ़ी के शौक आधुनिक फैशन और आधुनिक खान-पान

आज का युग आधुनिक युग हैं अर्थात हर व्यक्ति अपनी जीवन शैली में बदलाव चाहता है, आधुनिक पीढ़ी की बात करे तो आज हर युवा और युवतियां स्वयं को उभारना चाहते हैं मतलब आज की पीढ़ी हर तरह से दिखावे को अपना रही है सभी अपने शौक और फैशन में उलझे हुए हैं आज की पीढ़ी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हो गया है नयी फैशन और नये शौक अपनाना अर्थात कोई भी व्यक्ति किसी तरह से पिछड़ना नहीं चाहता साधारण जीवन जीना आज की पीढ़ी भूल गयी है, हर व्यक्ति नये से नया पहना चाहता है, नये से नया ब्रांड खरीदना चाहता है।अमीर हो या मध्यम व्यक्ति हर कोई दिखावे और झूठी शान का हिस्सा बन चुका है। आज भी अनेक ऐसे युवक और युवतियां है जिनके लिए फैशन और अच्छी से अच्छी चीजें पर खर्च जरूरी हो गया है अर्थात उनके लिए रूपयों की कीमत पानी की तरह हो गयी है। क्या फैशन इतनी जरूरी हो गयी है? क्या व्यक्ति साधारण जीवन नहीं जी सकता? क्या अनावश्यक जरूरतों खर्च और दिखावे पर रोक लगाना जरूरी है नहीं है?

आधुनिक फैशन

आज हर व्यक्ति दूसरे व्यक्ति की बराबरी में निरंतर लगा हुआ है व्यक्ति अपनी तरह से अपने जीवन जीना भूल गया है इस जीवनशैली ने व्यक्ति को इतना प्रभावित कर दिया है कि उसका प्रभाव उसकी मानसिक स्थिति पर पड़ने लगा है। आज फैशन के भी अलग – अलग रूप हो गये हैं जैसे युवा पीढ़ी की बात करे तो हर जगह उनका अलग फैशन हो गया है यदि दोस्तो के बीच रहते हैं तो वह हर तरह से अपने दोस्त से बेहतर पहनना चाहता है अपने दोस्त से ज्यादा खर्च का दिखावा करता हैं अपने दोस्त से ज्यादा बेहतर मोबाइल फोन रखना चाहता है हर कोई बड़ी से बड़ी जगह या होटल में खाना चाहता है। आज की जीवन शैली आर्टिफिशियल हो गयी है अर्थात खरी जिदंगी व्यक्ति ने स्वयं ही खत्म की है।

यदि पुराने समय की बात करें तो तब की जीवनशैली ज्यादा बेहतर थी पहले व्यक्ति या युवा पीढ़ी दिखावे में नहीं जीती थी पहले भी लोग खाने के लिए बाहर जाते थे , पहले भी लोग घड़ी पहनते थे आज की महंगी घड़ी भी वही समय दर्शाती है जो पुरानी घड़ी बताती थी पहले भी लोग मनोरंजन के लिए और अपने मन की शांति के लिए बाहर जाते थे उद्यानों में घूमने जाते थे आज उनकी जगह पार्क ने ले ली है पहले भी लोग झरने और नहरों का आनन्द लेते थे आज उनकी जगह वॉटर पार्क ने ले ली है। पहले भी लोग अच्छे वस्त्र पहनते थे और लम्बे समय तक उन कपड़ों का उपयोग करते थे परन्तु आज उनकी जगह शॉपिंग मॉल वाले ब्रांडेड कपड़ों ने ले ली है। आज दो या तीन बार पहने हुए कपड़े पुराने हो जाते हैं और आज की युवा पीढ़ी यह करती भी है परंतु वह यह नहीं समझते कि जो कपड़े दो या तीन बार में ही उनके लिए पुराने हो जाते हैं वह किसी गरीब के लिए तो नये हैं कहने का तात्पर्य यह है आज की पीढ़ी महंगे कपड़ों को अपना स्वाभिमान समझती है परन्तु उन्हें यह समझना होगा व्यक्ति की पहचान उसके चरित्र से होती है वस्त्रों से नहीं। आज की जीवनशैली को पुरानी जीवनशैली से जोड़ने का तात्पर्य यह भी है कि जिस नये ढंग में व्यक्ति आज जी रहा है वहीं सभी जीवनशैली पहले के समय में थी फर्क बस यहीं हैं आज की पीढ़ी के जीने के तरीके बदल गये हैं पहले व्यक्ति दिखावे की जिंदगी नहीं जीता था वह खुद के लिए जीता था परन्तु आज की पीढ़ी दूसरो को दिखाने के लिए नयी- नयी जीवनशैली अपना रही है।

आधुनिक खान-पान

आज के समय में व्यक्ति के खान-पान में अत्यधिक बदलाव आया है साधारण खाना आज की पीढ़ी के स्वभाव में नहीं है अच्छा से अच्छा खाना आज की पीढ़ी के लिए फैंशन हो गया है। घर से ज्यादा बाहर के खाने की प्राथमिकता बढ़ गयी है। अर्थात घर का स्वस्थ खाना जरूरी नहीं है जरूरी यह हो गया है नया स्वाद, व्यक्ति आज खाने में नये से नया स्वाद और नये से नया पकवान खाना चाहता है और अधिकांश व्यक्ति बाहर का जंक फूड खाने में विश्वास रखते हैं व्यक्ति को पता होता है कि जितना घर का खाना और देशी भोजन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है उतना कोई नहीं परन्तु आज की पीढ़ी नू पूरी तरह से फैशन को अपना लिया है। यदि हम पुराने समय की बात करे तो तब भी अलग अलग प्रकार के व्यंजन बना करते थे जो स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होते थे पुराने समय में भी लोग बाहर खाने जाते थे ढांबे में खाना खाते थे परन्तु आज उनकी जगह होटल ने ले ली है। अर्थात चीजें आज भी वही है बस व्यक्ति ने चीजों को अपनाने के तरीके बदल लिये हैं। आज अधिंकाश व्यक्ति बिमारी का शिकार है जिसका सबसे बड़ा कारण है व्यक्ति का खान-पान आज अधिकांश लोग शुगर या ब्लडप्रेशर या अनेक अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं क्योंकि वह स्वास्थ्यवर्धक खाना खाने को भूल गए हैं। व्यक्ति को यह समझना जरूरी है कि हर चीज की एक सीमा होती है यदि आप अनावश्यक खान – पान अपनाते हैं तो वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही सिद्ध होगा।

युवा पीढ़ी पर फैशन का प्रभाव

सबसे अधिक फैंशन का प्रभाव आज के दौर में युवा पीढ़ी पर है क्योंकि यह एक ऐसा समय है जब युवक और युवतियां परिपक्व हो जाते हैं अपने तरीके से जीना चाहते हैं आज अधिकांश युवक और युवतियां कॉलेज जाते हैं और स्वभाविक है नया वातावरण और आजादी युवक और युवतियों को अपनी और आकर्षित करता है। आज के समय में युवा पीढ़ी के लिए जो जरूरी चीजें हैं वह यह है कि प्रतिदिन नयी फैशन के वस्त्र पहनना और जिसे एक बार पहन लिया उसे दुबारा पहनना उनके लिए जरूरी नहीं है नये से नया मोबाइल फोन होना नये से नया ब्रांडेड बैग होना कहने का तात्पर्य यह है कि किसी वस्त्र को दुबारा पहनने से व्यक्ति का स्वाभिमान नहीं घटता है, नया फोन भी एक समय के बाद पुराना लगता है, चन्द किताबे तो साधारण बैग में रखी जा सकती है। अर्थात व्यक्ति यह समझना जरूरी है कि दिखावे का जीवन ज्यादा समय का सुख नहीं देता है। आज की युवा पीढ़ी में अधिकांश ऐसे युवक और युवतियां होते हैं जो कही ज्यादा सक्षम परिवार से होते हैं और इन्हीं का असर मध्यम और गरीब वर्ग के युवक युवतियों पर भी पड़ता है परन्तु आज की युवा पीढ़ी को यह समझना जरूरी है कि फैशन और दिखावे की जिंदगी से उपर जीना सीखे।

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