उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीज़न) की परीक्षा की तैयारी कैसे करे?

अक्सर विधि के छात्रों का पढाई के दौरान यही प्रश्न रहता है की न्यायिक सेवा क्या है ओर न्यायिक परीक्षा की तैयारी कैसे करे ओर कहा से करें तेयारी के लिए कौन कोन सी किताबो को पढ़े, आज इस लेख में न्यायिक परीक्षा को विस्तार से समझाएंगे।

1. सबसे पहले यह जानना अनिवार्य है की उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज(जूनियर डिवीज़न) की परीक्षा क्या होती हैं?

जिस तरह यूपीएससी आई.ए.एस,पीसीएस की परीक्षा होती है उसी तरह न्यायिक परीक्षा पीसीएसजे होती है यह परीक्षा हर राज्य द्वारा आयोजित की जाती है,इस परीक्षा के माध्यम से ही न्यायालयो में जजों की भर्ती की जाती हैं।जिसे सिविल जज जूनियर डिवीज़न(CJJD) के नाम से जाना जाता है

2. परीक्षा कितने चरणों में आयोजित की जाती है?

सिविल जज जूनियर डिवीज़न की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती हैं:

  1. प्रारंभिक परीक्षा
  2. लिखित परीक्षा
  3. साक्षात्कर

प्रारंभिक परीक्षा

सबसे पहले हर राज्य द्वारा सिविल जज जूनियर डिवीज़न के लिए प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की जाती हैं। प्रारंभिक परीक्षा के अंक लिखित या साक्षात्कार में नही जुड़ते इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद ही अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में बैठने का मौका मिल पता हैं अन्यथा नही।

लिखित परीक्षा

प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाला अभ्यर्थी ही लिखित परीक्षा दे सकता हैं हर राज्य द्वारा यह परीक्षा अलग अलग तरीके से व अलग अलग अंकों द्वारा करायी जाती हैं। इस परीक्षा के अंक अंतिम पारीणाम में जोड़ें जाते हैं। इस परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यथियों को ही साक्षात्कार में जाने का मौका मिल पता हैं अन्यथा नही।

साक्षात्कार

लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यथियों को साक्षात्कार में जाने का मौका मिलता हैं। जहा अभ्यर्थियों से प्रश्न पूछें जाते हैं अभ्यर्थियों का मनोबल देखा जाता हैं की वो जज बनने के काबिल है या अभी ओर प्रयास की आवश्यकता हैं। साक्षात्कार में देखा जाता हैं की अभ्यर्थी द्वारा किस तरह से अपने उत्तर को प्रस्तुत किया जाता हैं।साक्षात्कार को उत्तीर्ण करने के बाद ही अभ्यर्थी अंतिम से उत्तीर्ण हो पाता हैं ओर जज बन पाता है।

यदि कोई अभ्यर्थी साक्षात्कार में उत्तीर्ण नही हो पाता हैं तो वह अंतिम परीक्षा में असफल माना जाता हैं। ओर अभ्यर्थी को फिर से पुनः प्रयास करना पड़ता हैं प्रारंभिक परीक्षा से लेकर अंतिम परीक्षा साक्षात्कार तक।

उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज(जूनियर डिवीज़न) की परीक्षा के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज(जूनियर डिवीज़न) की परीक्षा के लिए क्या योग्यता विधि स्नातक हैं अर्थात वह छात्र जो विधि स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका हैं वह उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज(जूनियर डिवीज़न) की परीक्षा की परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता हैं परंतु उसकी आयु उस समय 21 वर्ष पूर्ण होनी चाहिये व 35 वर्ष से अधिकतम नही आरक्षण वाले छात्रों को छूट हैं आयु में।

परीक्षा का पाठ्यक्रम व परीक्षा कितने अंक की होती हैं

हर राज्य द्वारा इस परीक्षा को अलग अलग अंको में आयोजित की जाती हैं व हर राज्य का पाठ्यक्रम भी अलग अलग होता है।

उत्तराखंड राज्य में पाठ्यक्रम व परीक्षा के अंक

उत्तराखंड राज्य द्वारा प्रतिवर्ष यह परीक्षा आयोजित की जाती हैं उत्तराखंड राज्य में भी यह परीक्षा तीन चारणों में आयोजित की जाती हैं

प्रारंभिक परीक्षा:

उत्तराखंड राज्य में यह परीक्षा 200 अंक की होती है। प्रथम प्रश्न 50 अंको का होता हैं जिसमे सामान्य ज्ञान,दैनिक समाचार पत्र में आने वाले करेंट प्रश्न व अंतरराष्ट्रीय विधि व संविधान से से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।  उत्तराखंड में इस परीक्षा के लिए 3 घण्टे का समय दिया जाता हैं जिसमे वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं हर प्रश्न के चार उत्तर होते है जिसमे से एक सही उत्तर चुन कर ओएमआर सीट में सही निशान लगाना पढ़ता हैं इस परीक्षा में गलत उत्तर देने पर Negative Marking की जाती हैं अर्थात 4 उत्तर गलत होने पर अभ्यर्थी का 1 अंक काट लिया जाता हैं

द्वितीय प्रश्न:

उत्तराखंड सिविल जज जूनियर डिवीज़न की परीक्षा में द्वितीय परीक्षा 150 अंको की होती हैं जिसमें विधि से संबंधित प्रश्न ही पूछे जाते हैं:

  • भरतीय दंड संहिता
  • सिविल प्रक्रिया संहिता
  • दंड प्रक्रिया संहिता
  • भारतीय साक्ष्य अधिनियम
  • सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम
  • हिन्दू विधि व मुस्लिम विधि

प्रथम प्रश्न पत्र व द्वितीय प्रश्न पत्र एक ही दिन एक ही साथ होते हैं।

लिखित परीक्षा

जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाते हैं मेरिट के आधार उत्तीर्ण होने पर उनको लिखित परीक्षा में बुलाया जाता हैं। प्रारंभिक परीक्षा के एक या दो माह बाद ही लिखित परीक्षा आयोजित की जाती हैं उत्तराखंड में लिखित परीक्षा के कुल 6 पेपर होते हैं व सातवा पेपर कंप्यूटर विषय का होता हैं जिसमे सिर्फ उत्तीर्ण होना पड़ता हैं।जो अभ्यर्थी कंप्यूटर विषय में अनुत्तीर्ण होता हैं वो सभी में अनुत्तीर्ण माना जाता हैं

1. प्रथम पेपर – वर्तमान परिदृश्य

यह पेपर कुल 150 अंको का होता हैं इसमे वर्तमान से जुड़ी सभी घटनाओं के विषय में व विधिशास्त्र से जुड़े प्रश्न व भारतीय संविधान से जुड़े प्रश्न व अंतरराष्ट्रीय विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं

2. द्वितीय पेपर – भाषा

यह पेपर कुल 100 अंको का होता हैं जिसमे अंग्रेजी गद्यांश को साधारण देवनागरी भाषा में अनुवाद करना होता हैं हिंदी गद्यांश को अंग्रेजी में अनुवाद करना होता हैं। व अंत में एक अंग्रेजी गद्यांश का संछिपतिकरण करना होता हैं।

3. तृतीय पेपर- विधि-1 ( मुख्य विधि)

यह पेपर 200 अंको का होता हैं,जिसमे संविदा विधि से जुड़े प्रश्न,साझेदारी से जुड़े प्रश्न, विनिर्दिष्ट अनुतोष अधिनियम 1963 व अपकृत्य विधि,साम्या के सिद्धांत,सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम,हिन्दू विधि व मुस्लिम विधि से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं

4. चतुर्थ पेपर-विधी II (साक्ष्य एवं प्रक्रिया)

यह पेपर 200 अंको का होता हैं,जिसमे साक्ष्य विधि से जुड़े प्रश्न व सिविल प्रक्रिया संहिता व दंड प्रक्रिया संहिता से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं

5. पंचम पेपर-विधि-III (राजस्व एवं दाण्डिक)

यह पेपर 200 अंको का होता हैं जिसमे उत्तर प्रदेश ज़मींदारी अधिनियम व भारतिय दंड संहिता से संबंधित प्रश्न पूछें जाते हैं।

6. कंप्यूटर ऑपरेशन व्यावहारिक परीक्षा का बुनियादी ज्ञान

यह पेपर 100 अंकों का होता हैं,जिसमे कंप्यूटर के ज्ञान से संबंधित प्रक्टिकल होता हैं इसको उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता हैं ।परंतु इस प्रश्न पत्र के अंक अंतिम परीक्षा के अंतिम अंको में नही जुड़ते।

साक्षात्कार

लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता हैं साक्षात्कार 100 अंको का होता हैं साक्षात्कार को उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी ही अंतिम रूप से सिविल जज के लिए चयनित किये जाते हैं।

परीक्षा की तैयारी कैसे करे

सिविल जज जूनियर डिवीज़न की तेयारी करने वाले छात्रों के मन में यही प्रश्न उठता हैं की तैयारी कैसे करे इस परीक्षा की तैयारी आप एक दिन में नही कर सकते हैं कम से कम आपको एक वर्ष नियमित रूप से एकाग्रता से पढ़ाई करनी होगी सबसे पहले परीक्षा के पाठ्यक्रम को समझे ओर पाठ्यक्रम को देख कर घबराये नही पाठ्यक्रम ज्यादा हैं इसलिए आपको प्रतिदिन 5 से 6 घण्टे पढाई में बिताने होंगे ,सभी विषय के नोट्स बना कर उनको पढ़ना चाहिए ।

तैयारी से जुड़े कुछ टिप्स:

1. समयसारणी बना कर पढ़े

सबसे पहले पाठ्यक्रम को समझकर एक समयसारणी बना ले, समय के अनुरूप ही पढाई करे।प्रारंभिक परीक्षा के लिए सबसे समान्य ज्ञान व दैनिक जीवन की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय घटनाओ से जुड़े रहे,अपनई समयसारणी को ऐसा बनाये जिससे आप पर पढ़ाई का कोई भी बोझ न आये ओर आसान तरीके से पढाई हो जाए।

2. बेयर एक्ट का गहन अध्धयन

प्रारंभिक परीक्षा में सफलता के लिए बेयर एक्ट का गहन अध्धयन करे।यदि आपके पास समय कम हैं ओर आपकी किताबों से पढ़ाई नही हो पायी हैं तो आप बेयर एक्ट से पढ़ सकते हैं बेयर एक्ट की भाषा को समझने की कोशिश करे व हर धारा को संछिपतिकरण के साथ पढ़े।

3. अखबार पत्र को नियमित रूप से पढ़े

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रतिदिन आने वाले अखबार पत्र को पढ़े दैनिक जीवन की घटनाओ को व अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को पढ़कर अखबार पत्र की कटिंग कर के अपने नोट्स में लगा सकते हो या अपबे खुद के नोट्स बना कर दैनिक सामान्य ज्ञान को लिख सकते हैं।

4. खुद के नोट्स तैयार करे

सिविल जज के लिए जरूरी हैं की स्वयं के नोट्स बनाकर उनको बार बार पढ़े क्योंकि खुद ही लिखी हई चीज़े आपको जल्दी याद होंगी। यह नोट्स आपके लिखित परीक्षा में भी काम आयेंगे।

5. पुराने प्रश्न पत्रो को सॉल्व करे

इस परीक्षा के लिए आपको प्रश पत्र को समझना जरूरी हैं ओर प्रश्न पत्र को समझने के लिए आपको पिछले बर्षो के पुराने प्रश्न पत्रो को देख कर उनको स्वयं हल करने की कोशिश करनी होंगी। परीक्षा के 15 दिन पहले ही सारा पाठ्यक्रम पूरा कर ले ओर उस समय बस सारा पुनः अवलोकन करे।

6. स्वास्थ्य पर ध्यान दे

इस परीक्षा के लिए जरूरी है की आप अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दे क्योंकि लगातार पढ़ने से आपका स्वास्थ्य भी खराब हो सकता हैं इसलिए अपने आपको थोड़ा आरम दे हरी सब्जियों का सेवन करे ओर नियमित रूप से 6 घण्टे की नींद ले ।

7. धाराओ को याद करने के लिए ट्रिक बनाये

यदि आप धाराओं को याद करने के बाद भूल जाते हैं तो आपको चाहिए की आप उन धाराओं को याद करने के लिए खुद से कोई ट्रिक बना ले।उससे आपको सभी धाराएं याद रहेंगी।

8. इंटरनेट व यू ट्यूब की सहायता ले

यदि आपको कुछ समझ नही आ रहा किताबो से तब आप यू ट्यूब व इंटरनेट का सहारा ले सकते हैं,आप उस पर ऑनलाइन लेक्चर सुन सकते हैं आपको वहाँ सारे विषय से संबंधित लेक्चर मिल जाएगा ।

9. कोचिंग संस्थान

यदि आपको लगता हैं की आप घर पर स्वम नही पढ़ पा रहे हैं तो आप किसी भी कोचिंग संस्थान में दाखिला ले सकते हैं वहाँ पर आपको नोट्स भी मिल सकते हैं ओर आप अच्छे से पढ़ाई भी कर सकते हैं।

10. प्रेरणादायक क़िताबों व विडियो देखे

यदि परीक्षा की तैयारी के दौरान आपका मनोबल कम हो तो आप प्रेरणादायक क़िताबों को पढ़े व विडियो देखे उससे आपका मनोबल कम नही होगा आपको प्रेरणा मिलेगी की आपको किस तरह मेहनत करनी हैं

11. कर्रेंट अफेयर्स से जुड़े रहे

परीक्षा के लिए जरूरी हैं की आप कर्रेंट अफेयर्स से जुड़े रहे उसके लिए जरूरी हैं की आप प्रतियोगिता दर्पण व घटनाचक्र जैसी किताबो का अध्धयन करे व यू ट्यूब से नेक्स्ट एग्जाम की करंट अफेयर्स वीडियो की पीडीएफ सर पढें।

12. सोशल मीडिया से दूरी बनाये रखे

तैयारी की लिए आवश्यकहैं की आपका ध्यान न भटके इसलिए जरूरी हैं की आप फेसबुक,व्हाट्सएप,टिकटोक,इंस्ट्राग्राम, का कम से कम प्रगोग करे। यदि आप इनमे अपना ज्यादा समय व्यतीत करेंगे तब आप एकाग्रता से पढ़ाई नही कर पाएंगे।

13. उत्तरों को लिखना का प्रयास करे

लिखित परीक्षा के लिए आवश्यक हैं की आप उत्तरों को लिखने का प्रयास करे अपना समय बना ले की 3 घण्टे में आपको ये सभी प्रश्न हल करने हैं इससे परीक्षा हॉल में जाकर आपको कोई भी परेशानी नही होंगी।

14. यदि प्रथम बार में सफलता न मिले

यदि प्रथम प्रयास में आपको सफलता न मिले तो निराश होकर अपने सपनो को मत तोडिये अपनी गलतियों से सिख लेकर आगे भी प्रयास करते रहे। जब तक आपको सफलता न मिले।

15. आत्मविश्वास बनाये रखे

परीक्षा के लिए आवश्यक हैं है की आप खुद पर विश्वास बनाये रखे सब कुछ किस्मत पर न छोड़े आत्मविश्वास अगर आप में हैं की आप कर सकते हैं तो आपको सफलता जरूर मिलेगी। धैर्य रखे ओर अपनी सफलता के लिए मेहनत करे।

16. सर्वोच्च न्यायालय के नवीनतम निर्णय पड़े

जो भी छात्र इस परीक्षा की तैयारी कर रहें ह उनके लिए यह आवश्यक हैं की वे अभी हाल ही के सर्वोच्च न्यायालय के नवीनतम निर्णय पड़े व निर्णयो के लिए अपने अलग नोट्स बनाये क्योंकि साक्षात्कार में भी इसी से प्रश्न पूछें जाते हैं।

17. प्रमुख वादो को अपने उत्तर में जरूर लिखे

लिखित परीक्षा में जव भी आप ऊना उत्तर दे तो अपने उत्तर को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने के लिय उत्तर में प्रमुख वाद को जरूर लिखे ओर साथ में केस का ए.आई.आर व वर्ष भी लिख कर आये यदि आप भूल गए हैं केस का नाम तब आप प्रमुख वाद भी लिख सकते हैं।

18.  किन क़िताबों का अध्ययन करे

इस परीक्षा के लिए आवश्यक हैं की आप ऐसी किताबो से अध्ययन करे जिसमे सभी चीज़ों को पूर्ण रूप से समझाया गया हो ओर वह भाषा ऐसी हो जिससे आप सब अच्छे से समझ जाए।

19. डिगलोट बेयर एक्ट से पढाई करे

यदि आप डिगलोटबेयर एक्ट से पढ़ाई करेंगे तो आपको भविष्य में कोई भी परेशानी नही होगी क्योंकि डिगलोट में दो भाषाएँ होती हैं हिंदी ओर अंग्रेजी।
जब आप जज बनते हैं तो सिविल कॉर्ट का सारा काम हिंदी में होता हैं इसलिए आपको डिगलोट में पढना चाहिए भले ही आपका माध्यम अंग्रेजी हो

19. परीक्षा का माध्यम

इस परीक्षा को आप हिंदी या अंग्रेजी दोनों भाषाओं में से किसी एक में दे सकते हैं आपको ऐसी भाषा चुन्नी हैं जिसमे आप अपने उत्तर को ठीक ढंग से समझा सकें।

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