नारी सम्मान, समानता और हकीकत | Hindi Poem
मैं उन लड़कियों में से हू जिनको ज़रा भी संकोच नहीं, अपनी आवाज़ उठाने में तो फिर क्यों मेरी आवाज़ दवाने की कोशिश किया करते हो
मैं उन लड़कियों में से हू जिनको ज़रा भी संकोच नहीं, अपनी आवाज़ उठाने में तो फिर क्यों मेरी आवाज़ दवाने की कोशिश किया करते हो