कहां गुम हुआ Guruji.com?

अगर आप २००६ से इंटरनेट के उपभोक्ता हैं तो आप निश्चित ही GuruJi.com से वाक़िफ होंगे। आज GuruJi.com का डोमेन नेम बिकाऊ है और खरीदारों की खोज में है पर एक समय था जब भारत का इकलौता सर्च इंजन GuruJi.com हुआ करता था। वो भारत का अपना एक ऐसा सर्च इंजन था जिसके प्रतियोगी गूगल, बिंग और याहू जैसे सर्च प्लेटफॉर्म हुआ करते थे। GuruJi.com बिल्कुल वैसा ही था जैसा आज गूगल है। परंतु ऐसा क्या हुआ कि इस सर्च इंजन को इंटरनेट की दुनिया को अलविदा कहना पड़ा!

आईआईटी के दो होनहार छात्र अनुराग दोड और गौरव मिश्रा GuruJi.com के निर्माता है जिन्होंने इसे बेंगलुरु में लॉन्च किया। आम सर्च सुविधा के साथ एक समय पर इसमें म्यूजिक और स्पोर्ट्स के लिए भी ऑप्शन दिए गए।

Songspk नामक एक गाने डाउनलोड करने की फ्री वेबसाइट उन दिनों बहुत पॉपुलर हुई और उसी से प्रेरित होकर GuruJi.com म्यूजिक डाउनलोड के ऑप्शन को लेकर आया। यहां से वेबसाइट को मिला एक शानदार टर्न और लोगों ने गानों के लिए इसे एक आसान मार्ग की तरह अपनाया। म्यूजिक सर्च का ऑप्शन लोगों को उनकी पसंद के गाने अलग अलग सोर्सेज से ढूंढ कर उसे डाउनलोड करने में सहायता करता था। लोगों को आसानी से नए पुराने गाने डाउनलोड करने की सुविधा मिलने लगी और GuruJi.com की लोकप्रियता आसमान छूने लगी।
पर ये सिलसिला ज़्यादा दिन नहीं चला। २०१२ में इस सर्च इंजन पर एरर दिखने लगा अर्थात इसे बंद कर दिया गया।

GuruJi.com के बंद होने के कई कारण थे जैसे —

कॉपीराइट संबंधी समस्याएं –

म्यूजिक सर्च और डाउनलोड फीचर जिसने GuruJi.com को लोगों के बीच लोकप्रियता का एक मुकाम दिया, वही उसकी बर्बादी का कारण भी बना। चूंकि GuruJi.com का म्यूज़िक फीचर अलग अलग वेब पेजेस से सर्च रिजल्ट तैयार कर गाने डाउनलोड करने में आसानी लाता था, टी सीरीज ने इसी फीचर से नाराजगी जाहिर करते हुए GuruJi.com पर मुकदमा दायर कर दिया। अवैध रूप से उनके गीतों का मुफ्त डाउनलोड लिंक लोगों को देना GuruJi.com को भारी पड़ा और सर्च इंजन को हमेशा के लिए अलविदा कहना पड़ा। मुकदमे के कारण दोनों खोजकर्ताओं को सजा एवं जुर्माना भुगतना पड़ा। और GuruJi.com को बंद भी करना पड़ा।

यही कारण है के आज GuruJi.com का डोमेन नेम बिकाऊ है और अपने लिए उक्त खरीदार की खोज में है।

तकनीकी त्रुटियां – GuruJi.com के बंद होने के मुख्य कारण के साथ ही 2010 से इसपर अनेकों तकनीकी त्रुटियां दिखने लगी थी। अक्सर ही यूजर्स की शिकायत रहा करने लगी के इमेजेस लोड नहीं हो रही है। 2011 के आते आते GuruJi.com से म्यूजिक फीचर हटा दिया गया। यानि उनका अधिकांश ट्रैफिक जो म्यूजिक की वजह से था वो कम हो गया। वर्ष 2012 में वो दिन आ ही गया जब GuruJi.com पूर्णता: हटा दिया गया। GuruJi.com खोलने पर सीधे एरर 502 बैड गेटवे दिखना शुरू हुआ और GuruJi.com का अस्तित्व अंत की ओर आ गया।

अनेकों प्रतियोगियों की बढ़ोत्तरी –

प्रतियोगी आपको हर क्षेत्र में मिलेंगे किंतु ऐसे प्रतियोगी जो आपका बुरा चाहते हैं वे आपको नष्ट कर के ही छोड़ेंगे। GuruJi.com के कई प्रतियोगी सर्च इंजनों ने इसे अपने अंत पर ला कर खड़ा कर दिया। याहू, गूगल और बिंग जैसे लोकप्रिय सर्च इंजन अपने पूरे सामर्थ्य से GuruJi.com का अस्तित्व मिटा देते है। GuruJi.com की लोगों के बीच बढ़ती ख्याति के साथ ही गूगल और याहू जैसी वेबसाइट्स ने इसपर तिरछी नजर बना रखी थी। उनसे ही बढ़ती प्रतिस्पर्धा में GuruJi.com कहीं पीछे खो गया। गूगल GuruJi.com का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी था। गूगल अन्य ब्राउजर्स के साथ हाथ मिला कर उन पर अपने सर्च इंजन को सपोर्ट करवा रहा था बल्कि GuruJi.com ने ऐसे कोई बढ़ोत्तरी वर्धक कदम नहीं लिए।

ये तीन मुख्य कारण थे जिनके परिणाम स्वरूप GuruJi.com बंद हो गया और इस भारतीय सर्च इंजन का दुखद अंत हुआ।

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