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आज के इस आधुनिक समय में 10 मे से 7 व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार है, परंतु ऐसा नहीं है कि आप डिप्रेशन मे है तो उसका कोई सटीक और सुलभ उपाय न हो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको डिप्रेशन से निकलने के उपाय बताएंगे।
सर्वप्रथम ये जानना अनिवार्य है कि डिप्रेशन क्या है?
साधारण भाषा मे डिप्रेशन का मतलब तनाव से संबंधित होता है, यदि आप किसी भी विषय को लेकर चिंतित हैं या तनाव मे है जिससे आपके दिमाग पर स्ट्रेस आए, आप किसी भी कार्य को एकाग्रता से नहीं कर पा रहे व आपाका मानसिक संतुलन ठीक नहीं हो रहा या आप एक ही बात को बार बार सोच सोच कर परेशान हो रहे है तब भी आप डिप्रेशन मे है।
डिप्रेशन किन कारणों से होता है?
डिप्रेशन के अनेक कारण हो सकते हैं जैसे कि:
- जीवन मैं कोई बड़ा बदलाव होना- हम अपनी दैनिक दिनचर्या मैं देखते है की यदि किसी के साथ कोई दुर्घटना घटित हो जाए जिससे उसकी ज़िंदगी मै कोई बड़ा बदलाव आ जाता है तब व्यक्ति एक गहरे सदमे मे पहुच जाता है इसी कारण व्यक्ति का उसकी मानसिक इंद्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं रहता।
- जीवन मे प्रेम प्राप्ति मे असफल रहना या प्रेमी/ प्रेमिका द्वारा ठुकराया जाना या धोखा देना –सबसे ज्यादा डिप्रेशन से ग्रसित होने का यही एक कारण होता है क्यूंकी मनुष्य हृदय से बहुत ही कोमल स्वभाव का होता है, दिल टूटने पर मनुष्य को अपनी ज़िंदगी का कोई मौल नहीं महसूस होता व ऐसी परिस्थिति मे मनुष्य डिप्रेशन मे जाकर आत्महत्या कर लेता है।
- मानसिक तनाब – मानसिक तनाव भी मनुष्य के शरीर को खोखला कर देता है यदि आप किसी जॉब मे है और वहा के अधिक कार्यों से तनाव मे है या फैमिली द्वारा आप जिम्मेदारियों से स्ट्रेस लेते है तब आप डिप्रेशन का शिकार हो सकते है।
- असफल होना- यदि आप किसी कार्य को करते है परंतु सफल नहीं हो पा रहे तब आपके मन मे नकारात्मक बिचार व्याप्त हो जाते है व आप आपको अपनी ज़िंदगी बोझ लगने लगती है तब भी आप डिप्रेशन के शिकार हो चुके है।
कैसे जाने कि आप डिप्रेशन में है या नहीं?
- एक ही बात को बार बार सोचना
- स्वभाव मे चिड़चिड़ापन आ जाना
- बात बात पर गुस्सा करना
- निद्रा या तो जरूरत से ज्यादा लेना या बिल्कुल नहीं
- किसी से कोई बात न करना खुद ही बोलते रहना
- अजीब हरकते करनाखुद को व दूसरों को हानी पहुँचाना
- भय लगना या रोना ऐसा प्रतीत हो की आपको कोई आवाज़े दे रहा हो
- किसी भी कार्य मे जी न लगना
डिप्रेशन से बहार निकलने के उपाय–
- अपना ध्यान दूसरी और लगाना – यदि आपको कोई भी बात परेशान करे या आपको तनाव मे डाले तब आपको अपना ध्यान दूसरी और लगाना चाहिए, आपको जो भी अच्छा लगे आप वो करो उन लोगों से दूर रहो जो आपका हौसला कमजोर करे।
- Motivational Video देखना- अपना मनोबल कमजोर न होने दे ऐसे विडिओ देखिए जिससे आपको प्रेरणा मिले एक नए जीवन जीने की आप अपने भाग्य के स्वयं निर्माता है इसलिए आप ऐसे व्यक्तियों के विडिओ देखिए जिससे आपका मनोबल ना टूटे।
- नकारात्मक बातों से दूर रहे- डिप्रेशन मे व्यक्ति बहुत दुखी होता है पर यदि वो ऐसे लोगों के साथ रहे जो उसको नकारात्मक विचार दे जिससे आपके दिमाग पर गहरा असर पढे इसलिए आवश्यक है की आप ऐसे लोगों से बहुत दूर रहे जो आपको और दुखी करे।
- समय से सोये – डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए आवश्यक है की दुखी होकर पूरी रातों को जागे ना समय से सो जाए व भरपूर निद्रा ले।
- व्यायाम करे – व्यायाम करने से आपके शरीर को नई फुर्ती मिलेगी जो आपको सहारा देगी डिप्रेशन से बाहार निकलने मे, आपको नई ऊर्जा मिलेगी जिससे आपके मस्तिष्क पर से सारा बोझ निकाल जाएगा।
- ऑनलाइन Counselling का सहारा लेना – यदि आप सारे प्रयत्न कर के थक चुके है पर फिर भी आप डिप्रेशन से बाहर नहीं निकल पा रहे तब आप ऑनलाइन Counselling का सहारा ले सकते हो उस पर काउन्सलर आपकी मदद करेंगे आपको डिप्रेशन से बाहर निकलने मे, आपको एक नई ज़िंदगी देंगे।
- खुद पर संयम रखे – आप जितना अपने स्वयं के लिए कर सकते है उतना कोई भी आपके लिए नहीं कर सकता इसलिए आवश्यक है की खुद पर काबू करे आपका जो भी अतीत था उसको भूल जाईए एक नई ज़िंदगी की शुरुवात कीजिए खुद को ऐसा प्रतीत कीजिए की आप अपने अतीत मे मर चुके है अब आपका एक नया जन्म हुआ है।
- ऐसा कार्य करे जिससे आपको आनंद अनुभव हो – डिप्रेशन मे आप वो कार्य जरूर कीजिए जिससे आपको आनंद अनुभव हो जैसे किसी को कविताए लिखना पसंद है तो किसी को डांस करना किसी को गाने गाना।
- समाज की चिंता न करे- समाज आपके साथ सिर्फ खुशी मे शामिल होगा गम मे नहीं इसलिए समाज की वजह से खुद को दुखी मत कीजिए अपने स्वयं के लिए जियो समाज के लिए जियोगे तो डिप्रेशन से कभी बाहर नहीं निकाल पाओगे इसलिए आवश्यक है की समाज की चिंता करना छोड़ दे।
- अपनी बाते किसी भरसोमंद व्यक्ति से साझा करे – आपको जो भी दुख है या जिस वजह से आप डिप्रेशन मे गए है उसके लिए आवश्यक है की आप अपने किसी भरसोमंद मित्र से अपने किसी परिवार के व्यक्ति से अपना दुख साझा करे इससे आपके मस्तिष्क से सभी भार उतर जाएगा व आपको अच्छा अनुभव होगा।
- नशीली चीजों से दूर रहे- डिप्रेशन मे रह कर अक्सर गलत बिचार मस्तिष्क मे आते है इसलिए डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को चाहिए की वह नशीली चीजों से दूर रहे शराब या मदिरापान का सेवन न करे क्यूंकी आपको लगेगा की इससे आपका दुख थोड़ा काम होगा परंतु इससे आपका जीवन और ज्यादा खराब हो सकता है।
- किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श करना – डिप्रेशन के लिए आप अपने किसी निजी डॉक्टर से परामर्श कर सकते है व डॉक्टर के द्वारा बताई गई सभी बातों का पालन कीजिए।
- खाने पीने पर ध्यान दे – डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को चाहिए की वो अपने खान पान का प्रतिदिन ध्यान रखना चाहिए क्यूंकी भूखे रहने से स्वास्थ और ज्यादा खराब हो जाता है जिससे मस्तिष्क की कोशिकाये कमजोर होने लगती है इस तरह व्यक्ति डिप्रेशन से और पीड़ित हो जाता है।
- बच्चों के संपर्क मे रहे- बच्चे भगवान का रूप होते है आपको बच्चों को देख कर प्रसनन्ता होगी जिससे आप खुश रहेंगे।
- अपना एक लक्ष्य निर्धारित कर ले – आप अपना सारा समय अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगा दीजिए जिससे आपको कुछ और सोचने की जरूरत ही न पढे। आप अपने लक्ष्य के प्रति इतना सजग्र हो जाईए की आपने दिमाग मे कोई नकारात्मक बिचार ही न आ पाए।