आज हमारे भारत में अधिकांश ऐसे गरीब वर्ग के लोग हैं जो मजदूरी कर अपना घर चलाते हैं ऐसे में वे अपने बच्चों को भी मजदूरी का हिस्सा बनाते हैं क्या बच्चों से मजदूरी करवाना सही है? 14 साल और उससे भी कम उम्र के बच्चे मजदूरी करते हैं क्यूँ? जो उम्र उनके खेलने की है, पढ़ने की है उस उम्र में उन पर जिम्मेदारियों का बोझ देना सही है?
किशोर
-
लड़की होने का एहसास: एक अफसोस या गर्व की बात, इसमे कोइ शक नहीं, ज्यादा से ज्यादा लड़कीया आज पढ लिख के अपनी अलग पेहचान बनाने मे लगी हुइ है। उनके माँ- बाप भी समझ गऐ है, चाहे वो गांव के अनपढ ही क्यों ना हो